पिछले कुछ समय में Aggressive Hybrid Mutual Funds निवेशकों के बीच काफी लोकप्रिय हो गए हैं। इन फंड्स की खासियत यह है कि ये 65-75% पैसा शेयर बाजार (Equity) में लगाते हैं और बाकी हिस्सा डेट इंस्ट्रूमेंट्स में। यानी निवेशकों को तेज रिटर्न का फायदा मिलता है और साथ ही जोखिम भी कुछ हद तक कम हो जाता है। यही वजह है कि इस कैटेगरी में निवेश लगातार बढ़ रहा है।
निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर 2025 तक इस श्रेणी का एसेट बेस 13% बढ़कर ₹2.5 लाख करोड़ रुपये हो गया है। पिछले साल यह ₹2.21 लाख करोड़ था। इसी दौरान फोलियो की संख्या भी 4 लाख बढ़कर 60.44 लाख हो गई। यह दिखाता है कि निवेशक स्थिरता और ग्रोथ दोनों को साथ लेकर चलने वाले विकल्प की तलाश में हैं।
टॉप 5 एग्रेसिव हाइब्रिड फंड्स
इन फंड्स ने दो और पांच साल की अवधि में निफ्टी 50 हाइब्रिड कम्पोजिट डेट 65:35 इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन किया है।
| म्यूचुअल फंड का नाम | 2 साल का CAGR (%) | 5 साल का CAGR (%) |
|---|---|---|
| ICICI Prudential Equity & Debt Fund | 19.6 | 24.7 |
| Mahindra Manulife Aggressive Hybrid Fund | 19.3 | 20.4 |
| Bandhan Aggressive Hybrid Fund | 18–19 | 16.5–19.9 |
| Edelweiss Aggressive Hybrid Fund | 18–19 | 16.5–19.9 |
| Invesco India Aggressive Hybrid Fund | 18–19 | 16.5–19.9 |
इनमें से ICICI Prudential Equity & Debt Fund ने सबसे मजबूत प्रदर्शन किया है, जबकि महिंद्रा मैनुलाइफ भी निवेशकों को अच्छा रिटर्न दे रहा है। बंधन, एडलवाइस और इन्वेस्को इंडिया जैसे फंड्स ने भी दो अंकों का रिटर्न दिया है। तुलना करें तो निफ्टी ने इसी अवधि में केवल 13.1% रिटर्न दिया है।
निष्कर्ष
Top 5 Hybrid Mutual Funds निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनकर उभरे हैं। इनमें निवेश करने से इक्विटी की ग्रोथ और डेट की स्थिरता दोनों का फायदा मिलता है। हालांकि, निवेश करने से पहले जोखिम का आकलन करना जरूरी है। लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए यह फंड्स बेहतर साबित हो सकते हैं।
Source: AMFI

