शेयर बाजार में लगातार दो दिनों की तेजी के बाद शुक्रवार, 21 नवंबर को गिरावट देखने को मिली। रुपये में रिकॉर्ड कमजोरी और वैश्विक बाजारों से मिले कमजोर संकेतों के चलते निवेशकों ने मुनाफावसूली की। दिन के अंत में निफ्टी 26068 पर बंद हुआ, जबकि सेंसेक्स 400 अंक गिरकर 85231 पर आ गया।
बाजार की चाल
20 नवंबर को निफ्टी ने 52 सप्ताह का उच्च स्तर 26,246.65 छुआ था। लेकिन अगले ही दिन यह स्तर टूट गया। शुक्रवार को निफ्टी 26109 पर खुला, दिन में 26179 तक गया और अंत में 26068 पर बंद हुआ। सेंसेक्स भी इसी दौरान 400 अंक नीचे फिसल गया।
सेक्टरवार प्रदर्शन
- निफ्टी मेटल: सबसे ज्यादा 2.5% की गिरावट
- निफ्टी रियल्टी: 2% नीचे
- निफ्टी बैंक: 0.8% गिरा
- निफ्टी फाइनेंशियल: 1% से ज्यादा गिरावट
- निफ्टी पीएसयू बैंक: 1.5% नीचे
- निफ्टी फार्मा और आईटी: 0.4% गिरावट
- निफ्टी ऑटो: स्थिर कारोबार
- निफ्टी FMCG: 0.15% की मामूली बढ़त
एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई और बजाज फाइनेंस जैसे बड़े शेयर दबाव में रहे।
वैश्विक संकेत
अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें कम होने से विदेशी निवेशकों का रुख कमजोर हुआ है। सितंबर में रोजगार के आंकड़े मजबूत आने से फेडरल रिजर्व द्वारा दरों में कटौती की संभावना घट गई। ऊंची ब्याज दरें आमतौर पर भारत जैसे उभरते बाजारों में निवेश आकर्षण को कम करती हैं।
निष्कर्ष
रुपये की कमजोरी और वैश्विक दबाव ने बाजार की तेजी पर ब्रेक लगा दिया। हालांकि राहत की बात यह है कि निफ्टी अब भी 26000 के ऊपर टिके रहने में सफल रहा।

