देश का इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर इस समय निवेशकों की नजर में खास बना हुआ है। हाईवे निर्माण की रफ्तार, टोल कलेक्शन में लगातार बढ़ोतरी और कमोडिटी कीमतों में गिरावट ने इस सेक्टर को मजबूती दी है। इसी वजह से मोतीलाल ओसवाल रिसर्च डेस्क ने इंफ्रा को “सेक्टर ऑफ वीक” चुना है और दो स्टॉक्स – IRB इंफ्रास्ट्रक्चर और JSW इंफ्रास्ट्रक्चर – पर भरोसा जताया है।
IRB इंफ्रास्ट्रक्चर
IRB इंफ्रा का कारोबार टोल कलेक्शन और BOT प्रोजेक्ट्स पर आधारित है। कंपनी का ऑर्डर बुक मजबूत है और हाल ही में एसेट मोनेटाइजेशन से इसकी वित्तीय स्थिति और बेहतर हुई है। वडोदरा–मुंबई एक्सप्रेसवे HAM प्रोजेक्ट का लॉन्च इसकी एक्जीक्यूशन क्षमता को दिखाता है। बढ़ते टोल पोर्टफोलियो और O&M कॉन्ट्रैक्ट्स से कंपनी को स्थिर नकदी प्रवाह मिलने की उम्मीद है। मोतीलाल ओसवाल ने इसका टारगेट प्राइस ₹52 रखा है।
JSW इंफ्रास्ट्रक्चर
JSW इंफ्रा पोर्ट और लॉजिस्टिक्स सेक्टर में तेजी से विस्तार कर रहा है। कंपनी के पास विविध कार्गो प्रोफाइल और थर्ड-पार्टी वॉल्यूम बढ़ाने की रणनीति है। कोलकाता कंटेनर टर्मिनल और JNPA लिक्विड टर्मिनल जैसे प्रोजेक्ट्स भविष्य में वॉल्यूम बढ़ाएंगे। इसके अलावा, रेल और इनलैंड सुविधाओं के जरिए कंपनी एकीकृत लॉजिस्टिक्स नेटवर्क बना रही है। अनुशासित निवेश और बढ़ती क्षमता के चलते JSW इंफ्रा को दीर्घकालिक विकास का फायदा मिलेगा। इसका टारगेट प्राइस ₹360 तय किया गया है।
सेक्टर को सपोर्ट
NHAI का 300 अरब रुपये का मोनेटाइजेशन प्लान, FASTag से बढ़ता टोल कलेक्शन और स्टील-सीमेंट जैसी कमोडिटी कीमतों में गिरावट से ठेकेदारों को मार्जिन सुधार की गुंजाइश मिल रही है। अप्रैल से नवंबर 2025 के बीच 2,062 किमी हाईवे का निर्माण हुआ है और फ्रेट कॉरिडोर भी लगभग पूरा होने वाला है।
निष्कर्ष
मोतीलाल ओसवाल की सिफारिश बताती है कि इंफ्रा सेक्टर आने वाले समय में निवेशकों के लिए आकर्षक बना रहेगा। IRB इंफ्रा और JSW इंफ्रा जैसे स्टॉक्स मजबूत ऑर्डर बुक, स्थिर नकदी प्रवाह और विस्तार योजनाओं के चलते बेहतर रिटर्न देने की स्थिति में हैं।

