साल 2025 में सोना और चांदी दोनों ने निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया है। खासकर चांदी ने इस साल उम्मीद से ज्यादा तेजी दिखाई है। कई निवेशक अब जानना चाहते हैं कि क्या चांदी की कीमत आने वाले महीनों में और बढ़ सकती है।
कमोडिटी एक्सपर्ट अजय केडिया के मुताबिक, अगले तीन महीने में चांदी का भाव ₹1,75,000 प्रति किलो तक पहुंच सकता है। फिलहाल एमसीएक्स पर चांदी ₹1,61,000 के आसपास ट्रेड कर रही है। यानी अगर अनुमान सही साबित हुआ, तो निवेशकों को करीब ₹14,000 प्रति किलो का फायदा हो सकता है।
चांदी की तेजी के पीछे क्या हैं वजहें?
अजय केडिया ने चांदी की कीमतों में संभावित उछाल के पीछे पांच अहम कारण बताए हैं:
- अमेरिका की क्रिटिकल मेटल लिस्ट में शामिल: हाल ही में अमेरिका ने चांदी को अपनी क्रिटिकल मेटल लिस्ट में शामिल किया है, जिससे इसकी मांग और महत्व दोनों बढ़े हैं।
- सप्लाई में कमी: पिछले चार सालों से चांदी की माइनिंग में गिरावट आई है, जिससे बाजार में उपलब्धता कम हो गई है।
- इंडस्ट्रियल डिमांड में बढ़ोतरी: क्लीन एनर्जी और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में चांदी की मांग तेजी से बढ़ रही है।
- गोल्ड-सिल्वर रेश्यो: अभी यह रेश्यो 78% है। अगर यह 50% के करीब आता है, तो चांदी की कीमतें और तेज हो सकती हैं।
- डिमांड-सप्लाई गैप: मांग ज्यादा और सप्लाई कम होने से कीमतों में तेजी आना स्वाभाविक है।
क्या अभी चांदी खरीदना सही रहेगा?
एक्सपर्ट की राय है कि अगर आप लॉन्ग टर्म निवेश की सोच रहे हैं, तो चांदी एक अच्छा विकल्प हो सकता है। शॉर्ट टर्म में प्रॉफिट बुकिंग से बचना चाहिए। म्यूचुअल फंड या सिल्वर ETF के जरिए SIP करना एक सुरक्षित तरीका हो सकता है।

