नई दिल्ली। बिहार सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने और मखाना उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए मखाना विकास योजना (Makhana Vikas Yojana 2025) शुरू की है। इस योजना का मकसद पारंपरिक खेती करने वाले किसानों को आधुनिक तकनीक से जोड़ना और उन्हें आर्थिक सहायता देना है।
योजना का उद्देश्य
बिहार देश में मखाना उत्पादन का सबसे बड़ा केंद्र है। लेकिन अब तक अधिकतर किसान पुराने तरीकों पर निर्भर रहे हैं। इस योजना के तहत किसानों को आधुनिक खेती और प्रोसेसिंग की ट्रेनिंग दी जाएगी। साथ ही खेती में इस्तेमाल होने वाले औजारों पर 75% तक की सब्सिडी (अधिकतम ₹16,575) मिलेगी।
किन जिलों में लागू होगी योजना
यह योजना फिलहाल बिहार के 10 जिलों में लागू की जा रही है। इनमें कटिहार, पूर्णिया, दरभंगा, मधुबनी, किशनगंज, सुपौल, अररिया, मधेपुरा, सहरसा और खगड़िया शामिल हैं।
किसानों को क्या मिलेगा फायदा
- प्रशिक्षण और वर्कशॉप – किसानों को मखाना की आधुनिक खेती और प्रोसेसिंग तकनीक सिखाई जाएगी।
- उपकरणों पर अनुदान – औका, गंज, करा, खैंची, छलनी, चटाई, अफरा और थप्पी जैसे उपकरणों पर 75% तक सब्सिडी दी जाएगी।
पात्रता मानदंड
- आवेदक किसान होना चाहिए।
- किसान का संबंध चयनित 10 जिलों में से किसी एक से होना चाहिए।
- न्यूनतम 0.25 एकड़ और अधिकतम 10 एकड़ भूमि होनी चाहिए।
- किसान का DBT पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन होना जरूरी है।
आवेदन प्रक्रिया
- सबसे पहले DBT पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करें।
- आधार वेरिफिकेशन पूरा करें और किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) की जानकारी भरें।
- रजिस्ट्रेशन आईडी मिलने के बाद योजना के लिए आवेदन करें।
- जरूरी दस्तावेज अपलोड करें और आवेदन सबमिट करें।
- आवेदन जमा होने के बाद एक Application Number मिलेगा, जिसे सुरक्षित रखें।
जरूरी दस्तावेज
- आधार नंबर (मोबाइल से लिंक)
- पासपोर्ट साइज फोटो
- भूमि स्वामित्व प्रमाणपत्र/कॉन्ट्रैक्ट फॉर्म
- बैंक अकाउंट डिटेल

