आजकल घर या ऑफिस में काम करते वक्त बहुत से लोग अपने लैपटॉप को लगातार चार्जिंग पर लगाए रखते हैं। कई बार तो Laptop इस्तेमाल न होने पर भी पावर से कनेक्ट रहता है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या यह आदत बैटरी के लिए नुकसानदायक है या फिर आज के स्मार्ट लैपटॉप्स इसे संभाल सकते हैं?
लगातार चार्जिंग पर रखने से क्या होता है?
एक हालिया स्टडी के मुताबिक, लिथियम-आयन बैटरियों को अगर लंबे समय तक 100% चार्ज पर रखा जाए और साथ ही Laptop गर्म भी हो, तो बैटरी की उम्र धीरे-धीरे कम होने लगती है। यह असर तुरंत नहीं दिखता, लेकिन कुछ महीनों बाद बैटरी हेल्थ में गिरावट आने लगती है।
क्या नए लैपटॉप्स में ओवरचार्जिंग का खतरा नहीं?
आज के ज़्यादातर लैपटॉप्स में स्मार्ट चार्जिंग सिस्टम होता है। जब बैटरी पूरी तरह चार्ज हो जाती है, तो सिस्टम खुद चार्जिंग रोक देता है। यानी ओवरचार्जिंग से बचाव होता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप बैटरी को हमेशा 100% पर रखें। एक्सपर्ट्स सलाह देते हैं कि समय-समय पर बैटरी को थोड़ा डिस्चार्ज होने देना चाहिए, ताकि उसकी हेल्थ बनी रहे।
कब ठीक है चार्जिंग पर रखना?
अगर आप डेस्क पर बैठकर लंबे समय तक काम करते हैं, वीडियो कॉल्स करते हैं या हैवी सॉफ्टवेयर चलाते हैं, तो चार्जिंग पर रखना सही है। बस यह ध्यान रखें कि लैपटॉप गर्म न हो और वेंटिलेशन अच्छा हो। लैपटॉप को हमेशा हार्ड और फ्लैट सरफेस पर रखें ताकि एयरफ्लो बना रहे।
बैटरी हेल्थ बनाए रखने के लिए कुछ आसान टिप्स
- बैटरी कंजर्वेशन मोड ऑन रखें
- हफ्ते में एक-दो बार बैटरी को 40–80% के बीच इस्तेमाल करें
- लैपटॉप को गर्म जगह या धूप में न रखें
- अगर लंबे समय तक चार्जिंग पर रखना है, तो बैटरी लिमिट सेटिंग्स का इस्तेमाल करें (कुछ ब्रांड्स में यह फीचर होता है)
निष्कर्ष
लगातार चार्जिंग पर रखना पूरी तरह गलत नहीं है, लेकिन बैटरी की देखभाल जरूरी है। स्मार्ट चार्जिंग सिस्टम ओवरचार्जिंग से तो बचाता है, लेकिन बैटरी को एक्टिव बनाए रखने के लिए थोड़ी डिस्चार्जिंग भी ज़रूरी है। अगर आप बैटरी हेल्थ को लेकर सजग हैं, तो यह आदत नुकसान नहीं पहुंचाएगी।

