वित्त वर्ष 2024-25 के लिए ITR Filing 2025 की अंतिम तिथि बीत चुकी है, लेकिन कई करदाताओं को अब तक उनका ITR Refund 2025 नहीं मिला है। आमतौर पर रिफंड एक-दो हफ्तों में आ जाता है, लेकिन इस बार देरी के पीछे कई वजहें सामने आई हैं। करदाता चिंतित हैं और लगातार पोर्टल पर स्टेटस चेक कर रहे हैं। आइए जानते हैं कि किन पांच कारणों से आपका रिफंड अटक सकता है।
1. हाई-वैल्यू रिफंड पर स्क्रूटनी
अगर आपका रिफंड बहुत बड़ा है, तो विभाग उसे फ्लैग कर सकता है। CBDT के अनुसार, कुछ मामलों में गलत डिडक्शन या डेटा एनोमली पाई गई है। ऐसे रिफंड की मैनुअल जांच होती है, जिससे समय ज्यादा लगता है।
2. गलत बैंक जानकारी
कई बार टैक्सपेयर बैंक अकाउंट नंबर, IFSC कोड या नाम गलत दर्ज कर देते हैं। ऐसे में रिफंड ट्रांजैक्शन फेल हो जाता है और पैसा CPC को वापस लौट जाता है।
3. पुराने टैक्स बकाया
अगर आपके ऊपर पहले का कोई टैक्स बकाया है, तो रिफंड तभी मिलेगा जब वह क्लियर हो जाए। साथ ही, ITR दाखिल करने के बाद 30 दिनों के भीतर ई-वेरिफिकेशन न करने पर भी रिटर्न प्रोसेस नहीं होता।
4. फॉर्म 26AS या AIS में मिसमैच
अगर ITR में दी गई जानकारी फॉर्म 26AS, AIS या TIS से मेल नहीं खाती, तो विभाग रिफंड रोक देता है। कई बार ITR को ‘डिफेक्टिव’ भी मार्क किया जाता है। समस्या ठीक होने तक प्रोसेसिंग आगे नहीं बढ़ती।
5. फिजिकल वेरिफिकेशन में देरी
जो लोग ITR-V को पोस्ट से CPC बेंगलुरु भेजते हैं, उनके फॉर्म देर से पहुंचने पर पूरी प्रक्रिया धीमी हो जाती है।
ITR Refund Status कैसे चेक करें?
- incometax.gov.in पोर्टल पर लॉग इन करें
- e-File मेन्यू में Refund/Demand Status चुनें
- Assessment Year AY 2025-26 सेलेक्ट करें
- View Details पर क्लिक कर स्टेटस देखें
कब मिलेगा रिफंड?
CBDT चेयरमैन ने कहा है कि बाकी बचे रिफंड नवंबर या दिसंबर तक जारी कर दिए जाएंगे। यानी टैक्सपेयर्स को अगले कुछ हफ्तों में राहत मिलने की उम्मीद है।

