भारत और अमेरिका के बीच लंबे समय से चर्चा में रही India-US Trade Agreement को लेकर अब सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं। भारत के कॉमर्स सेक्रेटरी राजेश अग्रवाल ने कहा है कि इस व्यापार समझौते का पहला चरण पूरा हो चुका है और दोनों देश इसके बेहद करीब पहुंच गए हैं। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ महीनों से अमेरिकी टीम के साथ लगातार बातचीत हो रही है और अधिकांश मुद्दों को सुलझा लिया गया है।
क्या कहा कॉमर्स सेक्रेटरी ने?
राजेश अग्रवाल ने कहा, “हम इस समझौते के करीब हैं और अब यह केवल समय की बात है कि कब दोनों देश इसकी घोषणा करेंगे। सही मंच और सही समय तय करना बाकी है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि किसी भी व्यापार वार्ता के लिए निश्चित समय-सीमा तय करना मुश्किल होता है, क्योंकि अगर किसी पक्ष को कोई अड़चन महसूस होती है तो प्रक्रिया लंबी हो सकती है।
इसी साल हो सकती है घोषणा
कॉमर्स सेक्रेटरी ने उम्मीद जताई कि इस साल के अंत तक डील की घोषणा संभव है। उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर स्थिति सकारात्मक है और आने वाले कुछ हफ्तों या महीनों में इसे पूरा किया जा सकता है। यह बयान निवेशकों और उद्योग जगत के लिए राहत भरा है, क्योंकि लंबे समय से इस समझौते का इंतजार किया जा रहा है।
क्यों है यह डील अहम?
भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील से दोनों देशों के आर्थिक रिश्ते और मजबूत होंगे। इससे भारतीय उद्योगों को अमेरिकी बाजार तक बेहतर पहुंच मिलेगी और निर्यात-आयात के अवसर बढ़ेंगे। विशेषज्ञों का मानना है कि इस समझौते से तकनीकी सहयोग भी बढ़ेगा और निवेशकों को नए अवसर मिलेंगे।
निष्कर्ष
India US Trade Agreement को लेकर सरकार का यह अपडेट संकेत देता है कि जल्द ही खुशखबरी मिल सकती है। अगर यह डील इसी साल पूरी हो जाती है तो दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों में नई ऊर्जा आएगी और भारतीय उद्योगों को बड़ा फायदा होगा।

