ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। अगर आप पेट्रोल बाइक से हटकर कुछ नया ट्राई करना चाहते हैं, तो इलेक्ट्रिक बाइक (Electric bike) एक अच्छा विकल्प हो सकती है। लेकिन इसे खरीदने से पहले इसके फायदे और कमियों को समझना जरूरी है। रोजमर्रा के इस्तेमाल में यह बाइक काफी सुविधाजनक हो सकती है, लेकिन कुछ सीमाएं भी हैं जो आपके फैसले को प्रभावित कर सकती हैं।
इलेक्ट्रिक बाइक के 5 फायदे
- पेट्रोल खर्च नहीं होता: ई-बाइक चलाने में फ्यूल की जरूरत नहीं पड़ती, जिससे हर महीने का खर्च काफी कम हो जाता है।
- राइडिंग अनुभव स्मूथ होता है: इंजन की कमी और कम मूविंग पार्ट्स की वजह से इलेक्ट्रिक बाइक चलाना शांत और सहज लगता है।
- रखरखाव की लागत कम होती है: इंजन ऑयल, स्पार्क प्लग जैसे पार्ट्स नहीं होने से सर्विसिंग का खर्च भी कम आता है।
- तुरंत पावर मिलती है: इलेक्ट्रिक मोटर थ्रॉटल घुमाते ही पूरा टॉर्क देती है, जिससे राइडिंग में फुर्ती और मजा आता है।
- फीचर्स ज्यादा मिलते हैं: नई इलेक्ट्रिक बाइक्स में हिल होल्ड, डिजिटल डिस्प्ले, स्मार्ट कनेक्टिविटी जैसे फीचर्स आम हो गए हैं।
इलेक्ट्रिक बाइक की 5 कमियां
- कीमत ज्यादा होती है: पेट्रोल बाइक के मुकाबले इलेक्ट्रिक बाइक की शुरुआती कीमत 20–30% ज्यादा होती है।
- रीसेल वैल्यू कम होती है: बैटरी की उम्र और कीमत की वजह से ई-बाइक की दोबारा बिक्री पर ज्यादा पैसा नहीं मिल पाता।
- रेंज सीमित होती है: ज्यादातर इलेक्ट्रिक बाइक एक बार चार्ज करने पर 100–200 किमी तक ही चलती हैं।
- चार्जिंग में समय लगता है: पेट्रोल भरवाने में कुछ मिनट लगते हैं, लेकिन ई-बाइक को चार्ज करने में आधा घंटा या उससे ज्यादा समय लग सकता है।
- चार्जिंग स्टेशन की कमी: छोटे शहरों में चार्जिंग पॉइंट ढूंढना मुश्किल हो सकता है, जिससे लंबी दूरी की यात्रा चुनौती बन जाती है।
NOTE: अगर आप शहर में रोजाना कम दूरी तय करते हैं और फ्यूल खर्च से बचना चाहते हैं, तो इलेक्ट्रिक बाइक एक समझदारी भरा विकल्प हो सकती है। लेकिन लंबी दूरी या बार-बार सफर करने वालों को इसकी सीमाएं ध्यान में रखनी चाहिए।

